Avchetan Man ki Shakti|कार्यकारी आधार की आवश्यकता|

भाग – 8

अगर आप किसी भी क्षेत्र में प्रगति करना चाहते हैं , तो इसके लिए एक अनिवार्य पहला कदम है। आपको एक शाश्वत कार्यकारी आधार (working basic) का पता लगाना होगा। अपने अवचेतन मन की कार्यविधि में निपुण बनने के लिए आपको इसके सिद्धांतों को समझाना होगा। तभी आप इसकी शक्तियों का इस्तेमाल करते समय जान पाएँगे कि आपको कौन से परिणाम मिलेंगे। आप जिन विशिष्ट लक्ष्यों को हासिल करना चाहते हैं , उन्हें आप इन शक्तियों की मदद से साकार कर सकते हैं।

लेखक कहते हैं – कई सालों तक मैने केमिस्ट का काम किया था। अपने शुरुआती प्रशिक्षण में मैंने यह सीखा कि जब आप हाइड्रोजन के दो परमाणुओं और ऑक्ससीजन के एक परमाणु को मिलाते हैं , तो परिणाम हमेशा पानी होता है – कभी – कभार या अक्सर नहीं , हमेशा। जब आप ऑक्ससीजन के एक परमाणु और कार्बन के एक परमाणु को मिलाते हैं, तो कार्बन मोनोऑक्साइड नामक जहरीली गैस उत्पन्न होती है। लेकिन अगर आप ऑक्ससीजन का एक और परमाणु जोड़ देते हैं , तो आपको कार्बन डाइऑक्साइड मिल जाती है , जो प्राणियों के लिए हानिरहित और पौधों के लिए जीवनदायी होती है। ये शाश्वत और अपरिवर्तनीय तथ्य हैं। इन्हें हम सिद्धांत कहते है।

काम करने की दृस्टि से आपके अवचेतन मन के सिद्धांत केमिस्ट्री , फ़िज़िक्स और गणित के सिद्धांतों से अलग नहीं हैं। अगर आप रासायनिक या भौतिक शक्तियों का प्रयोग करना चाहते हैं , तो आपको इन क्षेत्रों के सिद्धांतो को सीखना होगा। इसी तरह अगर आप अपने अवचेतन मन की शक्ति का प्रयोग करना चाहते हैं , तो आपको इसके सिद्धांतों को सीखना होगा।

आम तौर पर इस सिद्धांत को सभी स्वीकार करते हैं : पानी अपना स्तर खुद खोज लेता है। यह एक शाश्वत सिद्धांत है। यह हर जगह , हर समय पानी और पानी जैसे सभी द्रवों पर लागू होता है।

प्राचीन मिस्त्र के लोग इस सिद्धांत को जानते थे। इसका प्रयोग उन्होंने महान पिरामिडों की नींव को आदर्श रूप से समतल बनाने में किया था। आज भी सिंचाई तंत्र से लेकर हाइड्रो -इलेक्ट्रिक पॉवर स्टेशन बनाते समय इंजीनियर इसका प्रयोग करते हैं।

या यह सिद्धांत लें : गर्म होने पर पदार्थ फैलता है। यह हर जगह , हर समय और हर परिस्थिति में सच है। अगर आप स्टील के टुकड़े को गर्म करेंगे , तो यह फैलेगा , चाहे यह स्टील चीन , इंग्लैंड , भारत में हो या पृथ्वी का चक्कर लगा रहे अंतरिक्ष यान में हो।

गर्म होने पर पदार्थ फैलता है। …यह एक शाश्वत सत्य है। यह भी एक शाश्वत सत्य है कि आप अपने अवचेतन मन पर जो छाप छोड़ते हैं , वह परिस्थिति , अनुभव और घटना के रूप में व्यक्त होती है।

आपकी प्रार्थना का जवाब मिलता है , क्योंकि आपके अवचेतन मन की शक्ति सिद्धांत है। ….सिद्धांत यानि वह तरीका , जिससे कोई चीज काम करती है। उदाहरण के लिए , बिजली का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत यह है कि यह उच्च क्षमता से निम्न क्षमता की और काम करती है। जब आप बल्ब चालू करते हैं या इलेक्ट्रिक स्टोव पर खाना पकाते हैं , तो आप बिजली के इस सिद्धांत का लाभ लेते हैं। प्रकृति के साथ सहयोग करके आप अद्भुत खोजों और आविष्कारों को साकार कर सकते हैं , जो मानवता को अनंत तरीकों से सुख प्रदान करते हैं।

आपका अवचेतन मन सिद्धांत है। या विश्वास के नियम पर काम करता है। आपको जानना होगा कि विश्वास क्या है, यह क्यों और कैसे काम करता है बाइबल सरल , स्पष्ट और सुन्दर तरीक़े से बताती है :

जो भी इस पहाड़ से कहेगा , तुम हट जाओ तथा समुंद्र में चले जाओ और वह अपने दिल में कोई शंका नहीं करेगा , बल्कि विश्वास रखेगा कि जो वह कहता है , अवश्य होगा , तो वह जो कहेगा , वह अवश्य होगा। …….continue…….भाग – 9

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