aapke avchetan man ki shakti|आपके अवचेतन मन की शक्ति |

आपके भीतर बहुत बड़ा ख़ज़ाना है

भाग – 6

आपके भीतर बहुत बड़ा ख़ज़ाना है। उसे हासिल करने के लिए आपको बस अपने मन की आखें खोलकर उसे देखना भर है। आपके भीतर ऐसा भंडार है , जिसमें से आप सुखद , समृद्ध और आनंदमयी जीवन जीने के लिए जरुरी हर चीज निकाल सकते हैं।

कई लोग अपनी सम्भावना को इसलिए नहीं जान पाते हैं , क्योंकि उन्हें अपने भीतर मौजूद असीमित ज्ञान और अनंत प्रेम के भंडार का पता ही नहीं होता है। जबकि सच तो यह है कि इसमें से आप अपनी हर मनचाही चीज निकाल सकते हैं।

लोहे का चुम्बकीय टुकड़ा अपने भार से बारह गुना अधिक वज़न उठा सकता है। लेकिन अगर आप उसके चुम्बकीय गुण को हटा दें , तो यह एक पंख भी नहीं उठा पाएगा।

इसी तरह लोग भी दो तरह के होते हैं। एक वे , जो चुम्बकीय होते हैं! वे आत्मविश्वास और आस्था से भरे होते हैं वे जानते हैं कि वे सफल होने तथा जीतने के लिए पैदा हुए हैं।

दूसरे तरह के लोग वे होते हैं , जिनमें चुम्बकीय गुण नहीं होता है। वे बहुत बड़ी तादाद में होते हैं। वे डरों और शंकाओं से भरे होते हैं। अवसर सामने आने पर वे कहते हैं , “अगर मैं सफल नहीं हुआ , तो क्या होगा ? कहीं मेरा पैसा न डूब जाए। लोग मेरी हँसी उड़ाएँगे। ” इस तरह के लोग जिंदगी में ज्यादा आगे तक नही जा पाते हैं। उनका डर उन्हें उसी जगह पर रोके रखता है , जहाँ वे हैं।

आप चुम्बकीय व्यक्ति बन सकते हैं , बशर्ते आप इतिहास के सबसे बड़े रहस्य को समझ लें और उस पर अमल करने लगें।

इतिहास का सबसे बड़ा रहस्य

मान लीजिये कोई आपसे इतिहास का सबसे बड़ा रहस्य पूछे , तो आप क्या जवाब देंगे ? परमाणु ऊर्जा ? ग्रहों पर पहुँचे अंतरिक्ष – यान ? ब्लेक होल ? नहीं , इनमें से कोई नहीं। तो फिर सबसे बड़ा रहस्य क्या है ? इंसान इसे कहाँ खोज सकता है ? इसे कैसे समझा जा सकता है और इसका लाभ कैसे लिया जा सकता है ?

जवाब आसान है। यह रहस्य है आपके अवचेतन मन में पाई जाने वाली अद्भुत , चमत्कारी शक्ति। यह वह आखिरी जगह है , जहाँ ज्यादातर लोग इसकी तलाश करते हैं। इसी कारण यह रहस्य बहुत कम लोगों को पता चल पता है। ……..continue……. भाग – 7

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